Oct.18, 2017 Power House Barna Kurukshetra (Haryana)
राजकीय प्राथमिक पाठशाला पावर हाउस बारना में दीवाली मनाने पहुंचे *द ह्यूमानिटी ट्रस्ट* के सदस्य
दीवाली की छुट्टी के दिन भी गुरुजी पहुंचे स्कूल– राजकीय प्राथमिक पाठशाला पावर हाउस बारना में सुबह गुरुजी संदीप ढिल्लों पहुंचे और सभी बच्चों को पंचायत सदस्य श्री राजेंद्र जी के साथ मिलकर स्कूल में बुलाया । सभी बच्चे हैरान थे ।आखिर छुट्टी वाले दिन भी क्यों बुला रहे हैं लेकिन अपने चहेते अध्यापक को देखकर खुशी से पहुंच गए।
तभी स्कूल में THE HUMANITY TRUST के सदस्य पहुंचे इन बच्चों के साथ दीवाली मनाने के लिए।
सरकारी स्कूल के सभी बच्चे बहुत खुश थे ।
संदीप मास्टर जी ने बताया ट्रस्ट के सभी सदस्य जो विभिन्न राज्यों से आये हैं हमारे साथ ये त्यौहार मनाने आये हैं।
फिर शुरू हुआ उत्सव । बच्चों से सभी ने खूब बातें की मस्ती की । ओर ट्रस्ट के सदस्यों ने बच्चों को मिठाई ,पेंसिल ,रबर,शार्पनर व गेंद आदि भेंट किएओर सभी बच्चों को इस पवित्र पर्व का महत्व बताया।
दीवाली उत्सव का आयोजन जरूर देखें:-
ट्र्स्ट के फाउंडर व चेयरमैन तौसीफ आलम जो बिहार से हैं ने बताया कि हम सभी साथी आपके साथ दीवाली मनाने आये हैं। हम सभी आपका साथ पाकर बहुत खुश हैं।उन्होंने विद्यालय के दोनों अधयापकों श्री सुनील कुमार जी व श्री संदीप कुमार जी के कार्यों की तारीफ की। ट्रस्ट के सदस्यों ने पंचायत सदस्य श्री राजेन्द्र जी और अध्यापक श्री संदीप जी को सम्मानित भी किया।
उनके साथ जम्मु कश्मीर से यासर अली मिर्जा व सौरभ शर्मा ,बिहार से यासिर जिया व फरहनुज़्ज़मान ,delhi से हैदर अब्बास ,उत्तरप्रदेश से जिया खान भी उपस्थित रहे व सभी ने बच्चों से जी भर के बातें की।गुरुजी संदीप ढिल्लों ने बताया नवोदय क्रांति की प्रेरणा से व इस ट्रस्ट के समर्पण व सहयोग से हम अपने बच्चों के साथ बहुत बढ़िया तरह से दीवाली मनाई गई।
यह ट्रस्ट शिक्षा के क्षेत्र में व समाज सेवा के क्षेत्र में काफी समय से सराहनीय कार्य कर रहा है।।गौरतलब है कि सरकारी शिक्षा में क्रांति का बिगुल फूँकने वाली नवोदय क्रांति के क्रांतिगुरु संदीप ढिल्लों इसी स्कूल में पढ़ाते हैं। आज इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज को एक संदेश देते हुए गुरुजी ने कहा आज सभी को THE HUMANITY TRUST की तरह एक नई सोच व दिशा देने की जरूरत है। आइये सभी मिलकर नवोदय क्रांति के इस अभियान को गति दें। सरकारी स्कूलों से समाज को जोड़ें ओर अध्यापक खुद को अधिक योग्य बनाये ओर अधिक ओर बेहतर तरीके से शिक्षण कार्य करें।।ताकि इस फ्री शिक्षा को बेस्ट बनाया जा सके।
दीवाली मनाते बच्चे :-